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द रचयिता
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August 06, 2012
!! प्यार हुआ मुझे खुद से !! A Poetry About Love Within
प्यार हुआ मुझे खुद से
क्या कहू मै तुमसे
ये दिन भी वही है
दिशाए भी वही है
कुछ बदल गया है गुम से
क्या कहू मै तुमसे
सब तो वही के वही है
मै ही वो नहीं हु
एक जोश है
नयी जूनून है
सब न्यारा लगता है
जग प्यारा लगता है
कुछ हो गया हो सन्न से
क्या कहू मै तुमसे
प्यार हुआ मुझे खुद से.
-चंचल साक्षी
06-07-12
Comments
fahim khan
said…
कुछ बदल गया है
गुम से
क्या कहू मै तुमसे.....बोहत ही सुन्दर ......
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Comments
गुम से
क्या कहू मै तुमसे.....बोहत ही सुन्दर ......