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द रचयिता
हिंदी साहित्य की e-पत्रिका
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Expression
Observation
May 23, 2015
Struggle - Poetry
जिंदगी में कितना कुछ है करने को
फिर भी हम नौकरी करते है
ताकी जीवन संवर जाए
बहुत कुछ है कहने को
फिर भी हम चुप रहते है
ताकी कुछ न बिगड़ जाए
shortcut बहुत है सफल होने को
फिर भी हम long-way जाते है
ताकी बिखर न जाए
-चंचल साक्षी
23/05/15
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