तुम्हारा चले जाना हैरान करता है : सुशांत सिंह राजपूत


बिहार के एक शहर से निकलकर 
मुंबई की चकाचौंध वाली बॉलीवुड में 
महज़ ३४ वर्ष की उम्र में 
यूँ मुकाम बनाना 
हैरान करता है। 

बॉलीवुड जहाँ 
परिवारवाद चलता है 
जहाँ हर रोज 
हजारो नए चेहरे आते हैं 
उन चेहरों में पहचान बनाना 
हैरान करता है।  

बैक स्टेज डांस करके 
पवित्र रिश्ता बनाके
काई पो चे करके  
चौके छक्के मार के 
जब कोई उठता है 
और कहलाता है 'सुशांत'
उसका यूँ चले जाना 
हैरान करता है। 

दूसरों को जो बताता हैं 
लड़ना डटें रहना 
'छिछोरे' से सिखाता है 
आत्महत्या नहीं करना 
उसका यूँ फांसी लटक जाना 
हैरान करता है।   

क्या दर्द था दिल में 
किसी को बताते 
इस भरी दुनियाँ में 
कड़ोरो चाहनेवालों में
तुम्हारा यूँ अकेले घूँट के मर जाना  
हैरान करता है।  

हँसता हुआ चेहरा 
ऊर्जायुक्त व्यक्तित्व के मालिक 
मौत का दामन थाम तुम्हारा 
यूँ जीवन से चले जाना 
हैरान करता है। 

#श्रद्धांजलि
सुशांत सिंह राजपूत  


-चंचल सिंह 'साक्षी'

Comments

Upendra singh said…
इस दुखद स्मृति को बहुत मार्मिक ढंग से उकेरा है आप ने।

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